आज से करीब 30 साल पहले की बात हैं जब सीमान्ती जन मानस प्रमुख रूप से गड्वाल के लोग बहुत कम तादाद में दिल्ली में निवास करते थें! लेकिन अनुभव कहता है कि उस समय के लोगों का दिल बहुत बड़ा था! जोभी विद्यार्थी (छात्र) या नौजवान नौकरी के लिए दिल्ली आते थे, हमारे भोटिया जनजाति के लोगों का घर उनकी सहायता के लिए हमेशा खुला रहता था और आपको महसूस भी नही होने देते थे कि किन परिस्थितियों में समायोजन करते थे! आज परिस्थिति अलग है, हो सकता हैं समय के अनुसार लोगों का सोचने की अंदाज अलग हो गया हैं!

दिल्ली में 1990 के वर्षों मे गड्वाल और कुमाऊ के सीमान्ती भोटिया लोगों का एक ही संगठन था जिसे सीमान्त सांस्कृतिक संगठन (SSS) के नाम से जाना जाता था दोनो और के लोगों की तादाद बहुत कम थी मुख्यरुप से गड्वाल के जनजाति के लोगो का मुख्य लोगों में से कुमाऊ के कमांडर रावत, आर. एस. तोलिया, `````पागती (ITBP) व अन्य और गड्वाल के श्री केदारसिंह फोनिया, स्वर्गीय गोविंदरसिंह राणा, स्वर्गीय भगतसिंह पाल, गणेश सिंह रावत, इंद्रसिंह रावत, स्वर्गीय लालसिंह पाल इत्यादि! 

गर्मियों को छोड़ कर अन्य मौसम के हर महीने दिल्ली के पार्को मे SSS की मीटिंग होती थी! परिवार, बच्चे, वृद्ध और जवान आपस मे मिलते थे! मिलकर अपने घर का खाना बाँटकर खाते थे! खेल कूद बच्चों की प्रतियोगिता होती थी!  

लेकिन 1990 आते आते समय बदलता गया और हम लोगों की संख्या मे खासी उन्नति हुई! वरिष्ठ लोगों ने यही निर्णय लिया कि हम लोगों के विशेषकर चमोली और उत्तरकाशी के सीमान्ती लोगों का एक अलग संगठन की आवश्यकता है क्योंकि हमारी समस्या अलग है फिर एक नया संगठन सीमान्त सांस्कृतिक सम्मेलन (गड्वाल) के नाम से संगठित किया गया, जो बाद मे सीमान्त वेल्फेयर एसोसिएशन - दिल्ली (SWAD) में परिवर्तित हुआ! 

SWAD का पहला मीटिंग 4 नवंबर 1990 को लोधी गार्डन मे संपन्न हुआ, इस मीटिंग मे करीब 40 सीमान्ती परिवार, तीनो घाटियों के करीब 100 से अधिक लोग सम्मेलित हुए और सभी लोगों ने विस्तार से विचार विमर्श किया और आगे की रूप रेखा तैयार की! इस सभा की अध्यक्षता श्री केदारसिंह फोनिया जी ने की! SWAD की दूसरी मीटिंग 2 दिसंबर 1990 को नेहरू पार्क मे आयोजित हुई और इसमे करीब 45 परिवार एंव 150 से ज़्यादा की संख्या मे सीमान्तियो ने भाग लिया SWAD की इस दूसरी मीटिंग मे पहली एग्ज़िक्युटिव बॉडी का चयन हुआ और निन्म पदाधिकारी चुन कर आए:

प्रधान

श्री केदार सिंह फोनिया

उप-प्रधान

श्री गोविंद सिंह पाल

श्री भगतसिंह पाल

महा सचिव

श्री खुशाल सिंह कुंवर

उप सचिव

श्री चन्द्रसिंह फोनिया

कोषाध्यक्ष

श्री लालसिंह पाल

सचिव शिक्षा प्रभार

श्री गणेश सिंह रावत

सामाजिक एंव आर्थिक

श्री बचनसिंह पाल

खेल/ सांस्कृतिक

श्री उमराव सिंह रावत

कार्यकारणी सदस्य

श्री इंद्रसिंह रावत

श्री हुकम सिंह वडवाल

श्री राकेश विष्ट

डा. दयालसिंह बुर्फाल

इसके बाद लगातार सम्मेलन होता रहा और मंथन चलता रहा कि हम दिल्लीवासी संगठित होकर क्या कर सकते है, 1991 से 1995 तक करीब 33 से ज़्यादा सम्मेलन हुई थी जो कि एक अच्छा संकेत था कि हम साल मे 6 - 7 मीटिंग करते थे! इसी तरह से कार्यकारिणी निकाय (Executive Body) का भी समय समय पर चुनाव होता रहा जो निम्न है:-

Year

President/Petron

Vice President

General Secretary/ Joint Secretary

Treasurer

1996 (Jan)

Shri B.S. Fonia

Shri B.S. Pal

Shri I.S. Rawat

Shri Sarep Singh Rana

Shri G.S. Rawat/

Shri K.S. Kunwar

Dr. B.S. Rawat

1999 (Oct)

Shri B.S. Fonia

Shri G.S. Rawat

Shri H.S. Badwal

Shri Bachan Badwal

2001 (Nov)

Shri K.S. Kunwar

Dr. B.S. Rawat

Shri N.S. Fonia

Shri RBS Rawat/

Shri Nain Singh Rawat

Shri Prem Singh Pal

2006 (Nov)

Shri G.S. Rawat

Smt. Padmini Rana

Shri Bachan Badwal

Shri NS Rana/

Smt. Heena Singh Rana

Shri Prem Singh Pal

2008 (Oct)

Shri R.S. Fonia

Shri M.P. Singh Rana

Smt. Geeta Kunwar

Shri Virender Singh Fonia

Shri Bhakhtawar Singh Rawat

2011

Shri K.S. Kunwar/ Shri G.S. Rawat

Shri D.S. Burfal

Shri Narender Singh Rana/

Shri C.P. Kunwar

Shri Amar Singh Dungrial/

Shri Rakesh Singh Rawat

 

Shri Gajender Singh Rawat
(Culture Secretary)

2014

Shri Dalbir Singh Pal/

Shri K.S. Kunwar

Smt. Padmini Rana

Shri Surender Singh Rana/

Shri N.S. Rana

Shri Kushal Singh Rana

 इन पिछले 24 - 25 सालों के दौरान निम्न बिन्दुयो पर बातचीत हुई और उसे आगे ले जाने की दिशा मे सोचा गया:-

 1 - SWAD की लगातार मीटिंग होनी चाहिए,
2 - SWAD की आर्थिक स्थिति को कैसे मजबूत किया जाए,
3 - हरसाल सालाना गोष्टी की व्यवस्था होनी चाहिए,
4 - अपने घाटी के लोगो को कैसे सहयता पहुचाया जाए,
5 - SWAD को रजिस्टर किया जाए,
6 - SWAD डाइरेक्टरी निकलना,
7 - SWAD सालाना पत्रिका का विमोचन,
8 - SWAD - फ्री मेडिकल केम्प लगाना,
9 - घाटी के बीच जाकर सम्मेलन का आयोजन,
10 - आपदा मे अपने लोगो की सहयता कैसे की जाए, इत्यादि!

SWAD की कार्यकारिणी निकाय किसी हद तक ऊपर लिखे बिंदुओं पर कार्य करने मे सफल रही है, अभी तक नीचे लिखे कार्यों मे सफलता मिल पाई है:-
1 - लगातार SWAD की मीटिंग होती रही,
2 - 1999 मे SWAD को रजिस्टर नंबर 36752 के साथ सोसायटी अधिनियम, 1860 राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के रजिस्ट्रार ऑफ सोसाइटी मे रजिस्टर किया गया!
3 - 2001 मे SWAD का डाइरेक्टरी निकाला गया जिसे समय समय पर संसोधित भी किया गया,
4 - कुछ हदतक सदस्यों को आजीवन सदस्य बनाया गया जिससे SWAD की आर्थिक स्थिति मे सुधार हुई!
5 - सालाना सम्मेलन भीतरी जगहो, भवनो मे करने की दिशा मे कदम उठाये गये और पहला भीतरी सम्मेलन 20 अप्रैल 2002, को श्री केदार सिंह रावत MTNL के सहयोग से P & T कॉलोनी सभागार, पंखा रोड, जनकपुरी मे आयोजित की गई सफलता से सम्पूर्ण हुआ!
 
इस के बाद हर साल यह सिलसिला चलता रहा और साल के अंतिम महीनो के आख़िरी इतवार को अच्छी से अच्छी जगह पर आयोजित की गई - जिनमे निम्न मुख्य है:-
1 – MCD Community Hall – Laxmi Nagar और R. K. Puram.
2 – Nehru Museum Auditorium, Teen Murti
3 – National Museum, Near India Gate   
4 – Auditorium, Noida Authority Sector – 6, NOIDA

इन सालाना सम्मेलनों मे सभी वर्गो के अलग अलग कार्यक्रम हुआ करते है और सभी सीमान्ती बढ़चढ़ के भाग लेते है! इन सम्मेलनों मे मुख्य अतिथि के रूप मे घाटी के गणमान्य बड़े बूज़र्ग और सम्मानित जनजाति के लोगो को आमन्त्रित किया जाता है! उनमे निम्न प्रमुख है:-

1 - श्री केदारसिंह फोनिया - एम. एल. ए., बद्री, केदार क्षेत्र गड्वाल
2 - श्री बालसिंह डुगरियल - सेवा निवृत – Chief Engineer – Railways
3 - श्री दलीप सिंह कुंवर - समाज सेवी
4 - श्री गणेश सिंह रावत – Ex. GM – NTPC
5 -  श्री बी. डी. सिंह जितवान,  CEO - बद्रीनाथ केदारनाथ धाम
6 - श्री उदयसिंह रावत, (U.S. Rawat) VC

दिल्ली के सीमान्ती लोगो ने सामाजिक कार्यों मे बढ़चढ़ के सहयोग दिया है और SWAD के कार्यों मे निम्न प्रमुख है:- 
1 - निशुल्क स्वास्थ शिविर 2002 - द्रोनागिरी गाँव से लेकर नीती गाँव तक 9 वर्गों मे निशुल्क स्वास्थ शिवरों मे 550 से भी अघिक निवासियों को स्वास्थ लाभ पहुचाया!
2 - ज़रूरत मंद सीमान्तियो को आर्थिक सहायता पहुचाया समय समय पर,
3 - श्री केदारसिंह फोनिया जी के सभी चुनावों मे  दिल्ली मे रह रहे SWAD के सदस्यों ने आर्थिक सहायता पहुचाया,
4 - 2013 के आपदा ग्रसित सीमान्ती और गड्वाल के वासियों को जगह जगह जाकर आर्थिक मदद पहुचाया, इनमे अगस्तमुनी, तेफना, भीरपाक और छिनका मुख्य है!  

SWAD के सामने अब निम्न प्रमुख कार्य है जिनको सही दिशा देकर पूरा करना है:-
(1)   घाटी के ग़रीब होनहार बच्चो की शिक्षा के प्रति जागरूकता एंव संवेदनशील होकर उचित व्यवस्था का रूपरेखा तैयार करना और क्रयान्वय की दिशा मे काम करना!
(2)   भोटिया समाज के कुटीर उद्योग को आगे बड़ाने और उसे जनजाति के ज़्यादा से ज़्यादा लोगो तक पहुचा कर लाभान्वित करने की दिशा मे स्वनियोजित संस्था का गठन कर (Cooperative Movement) सभी जनजाति के लोगो को जोड़ना!
(3)  संपूर्ण जनजाति के गाँवों मे स्वास्थ के प्रति जागरूकता पैदा करना, इसके लिए समय समय पर निशुल्क स्वास्थ शिवरों का आयोजन करना!
(4)  उपर लिखित मुद्दों को आगे चलाने के लिए जन जाग्रत करने के लिए स्वंय सेवकों का आह्वाह्न कर एक कर्तव्य निष्ट संगठन का निर्माण करना आवश्यक होगा! जिससे ये कार्य समयबद्ध तरीके से सफल हो पाये! SWAD अपने लोगों को कभी निराश नही करेगा और उनके आशाओं पर खरा उतरेगा!

इन्ही शंकल्पों के साथ धन्यवाद!

खुशाल सिंह कुंवर,  पैत्रिक निवासी - गमसाली

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